कैसे पता करें कि आपके बच्चों के अंदर कौन सा टैलेंट छिपा है? (Part–2)
कैसे पता करें कि आपके बच्चों के अंदर कौन सा टैलेंट छिपा है? (Part–2)
अब जब टैलेंट मिल गया है, तो उस पर काम कैसे करें?
लेखक: अयान कबीर
Part-1 Recap:
हमने पहले जाना कि बच्चों या स्टूडेंट्स को ये कैसे पता चले कि उनके अंदर कौन-सा टैलेंट या रूचि छिपी है। अब बारी है ये जानने की कि —
जिस टैलेंट को आपने पहचाना, उसको सफलता तक कैसे ले जाएं?
Step 1: पहले खुद को "PERFECT DRIVER" बनाओ
जिंदगी एक लंबी यात्रा है...
और इस यात्रा में आप खुद ड्राइवर हो।
अब सोचो —
अगर किसी को ड्राइविंग ही नहीं आती, तो क्या वो गाड़ी चला सकता है?
क्या वो एक्सीडेंट नहीं करेगा?
बिलकुल यही हमारी ज़िंदगी में होता है।
लोग अपने सपनों की गाड़ी बिना ट्रेनिंग लिए चलाते हैं और जब ठोकर लगती है, तो किस्मत को दोष देते हैं।
तीन तरह के ड्राइवर होते हैं – और तीन तरह की जिंदगी
1. पूछते-पूछते चलने वाला ड्राइवर
जिसे रास्ता नहीं पता, हर दो कदम पर किसी से पूछ रहा है:
"भाई, ये रास्ता सही है क्या?"
Real Life Version:
ऐसा इंसान बिना योजना, बिना समझ, सिर्फ लोगों की बातों पर चल रहा होता है। वो क्या बनेगा, उसे खुद भी नहीं पता।
ये लोग फेल भी होते हैं और कंफ्यूज़ भी।
2. Google Map वाला ड्राइवर
जिसे दिशा तो पता है, लेकिन मंज़िल का सही address नहीं पता।
कभी-कभी सही पहुँचता है, कभी नहीं।
Real Life Version:
ऐसा इंसान दूसरों को देखकर, सुनकर करियर चुनता है –
"वो कोडिंग कर रहा है, मैं भी करूंगा"
"वो YouTuber बन गया, मैं भी बनूंगा"
Chance: 50/50 – कभी सही बैठेगा, कभी फेल।
3. घर वाला ड्राइवर – The Perfect Driver
जिसे अपने घर का रास्ता आँख बंद करके भी याद है।
उसे किसी से नहीं पूछना पड़ता।
Real Life Version:
ऐसा इंसान जिसे पता है –
"मुझे क्या बनना है"
"क्यों बनना है"
"कैसे बनना है"
ऐसा इंसान कभी भटकता नहीं, रुकता नहीं, हारता नहीं।
Step 2: अपने Dream को "Mind में Fit" करो
क्या आपको याद है आपका घर कहाँ है?
हाँ, क्योंकि वो दिल-दिमाग दोनों में फिट है।
बस उसी तरह, अपने Dream को भी अपने दिमाग में फिट करो।
जब आपका सपना आपके अंदर बैठ गया, तो आप चाहो भी तो रास्ता नहीं भूलोगे।
"जब तक मंज़िल की लोकेशन दिमाग में फिक्स नहीं होगी,
तब तक हर रास्ता भटकने जैसा लगेगा।"
Final Words:
"जो खुद का ड्राइवर नहीं बना,
वो कभी अपनी ज़िंदगी की मंज़िल पर नहीं पहुँचेगा।"
Dosto, अगर आपको पता चल गया है कि आपको क्या करना है —
अब आपको सिर्फ उस दिशा में एक Perfect Driver बनकर सफर तय करना है।
- रास्ते में ट्रैफिक भी आएगा
- U-Turn भी लेने पड़ सकते हैं
- कभी गाड़ी पंचर भी होगी
लेकिन अगर आप स्टीयरिंग नहीं छोड़ोगे... तो मंज़िल ज़रूर मिलेगी।
अगला Part (Part–3) आएगा जल्दी —
जहां हम जानेंगे कि
"Dream को action में कैसे बदले? Daily क्या करना है, क्या नहीं करना है?"
लेखक: अयान कबीर
"Sapna wahi sach hota hai,
jo aankh khuli hone ke बाद भी पीछा ना छोड़े..."
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